
दवाईयां खरीदना हुआ सस्ता: इन 39 मेडिसिन के घटेंगे रेट... ये दवाईयां हुई लिस्ट से बाहर
कोरोना काल में केंद्र सरकार ने आम आदमी को राहत दी है. सरकार के इस फैसले के बाद अलग-अलग बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली 39 तरह की दवाओं की कीमत अब कम हो जाएगी. दरअसल, केंद्र सरकार ने इन्हें आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (NLEM) में शामिल कर लिया हैं. इनमें कोरोना से लेकर कैंसर डायबिटीज और टीबी जैसी बीमारियों के इलाज में काम आने वाली दवाएं शामिल हैं.
16 दवाओं की बढ़ेगी कीमत
यही नहीं, पहले से शामिल 16 दवाओं को इस लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. इससे उनकी कीमतों में इजाफा हो सकता है. बता दें कि दवाओं के उपयोग में आए बदलाव को देखकर भी उन्हें लिस्ट से हटाया जाता है. साथ ही यह भी तय करना होता है कि यह सूची बहुत लंबी नहीं हो.
ये दवाईयां हुई लिस्ट से बाहर
जिन 16 दवाओं को इस लिस्ट में से हटाया गया है, उनमें एंटीसैप्टिक और एंटीबायोटिक से लेकर हायपरटेंशन तक की दवाएं शामिल हैं. इस लिस्ट में शामिल दवाओं की कीमत की निर्धारण सरकारी फॉर्मूले के आधार पर होता है.
लिस्ट में दवाएं हैं
शामिलजिन दवाओं के दामों में कमी होगी, उनमें से आइअवरमेक्टिन का इस्तेमाल कोरोना के इलाज में हो रहा है. इसी तरह कैंसर के इलाज में काम आने वाली एजासिटीडाइन और फ्लूडाराबिन जैसी दवाएं, टीबी की नई दवाएं बिडेक्विअलिन और डेलामेनिड भी शामिल हैं. डायबिटीज और हायपरटेंशन यानी हाइ ब्ल्डप्रेशर की दवा भी इसमें शामिल है.NLEM 2021 में अब 399 आवश्यक दवाओं के नाम मौजूद हैं. यह वर्तमान में प्रत्यक्ष मूल्य नियंत्रण में हैं. इसका मतलब इस लिस्ट में आने वाली सभी दवाइयों पर सरकार की ओर से प्राइस कैप है जिससे कि कम कीमत पर इन दवाओं को मरीजों को उपलब्ध कराया जा सके.