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अबूझमाड़ के खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़ का नाम किया रौशन

Chhattisgarh News : बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले का अबूझमाड़ ऐसा जनजातीय क्षेत्र है, यहां के लोगों की जीवनशैली खेती, जंगल से जुड़ी है. धुर नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र से निकलकर तीन खिलाड़ियों ने विश्व पटल पर अपनी चमक बिखेरी है. अबूझमाड़ के 3 खिलाड़ियों संतोष शोरी, सन्ताय पोटाई और जयंती कचलाम ने इतिहास रचा है. भूटान में 9 मई से 12 मई को आयोजित दूसरे वर्ल्ड मल्लखंब चैंपियनशिप में इन तीन खिलाड़ियों ने भारत की राष्ट्रीय टीम में खेलते हुए स्वर्ण पदक जीता है.

चैंपियनशिप में 200 से ज्यादा खिलाड़ियों ने लिया था हिस्सा Chhattisgarh News

भूटान में आयोजित द्वितीय वर्ल्ड मल्लखंब चैम्पियनशिप में छत्तीसगढ़ के तीनों ही खिलाड़ियों ने बालक और बालिका वर्ग की टीम में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है. संतोष शोरी राष्ट्रीय बालक टीम और सन्ताय पोटाई और जयंती कचलाम राष्ट्रीय बालिका टीम की ओर से चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया था. ये तीनों ही खिलाड़ी छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र के निवासी हैं. वर्ल्ड मल्लखंब चैम्पियनशिप में भारत, जापान, अमरीका, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बहारिन आदि कई देशों के 200 से ज्यादा खिलाड़ियों ने शिरकत की थी.



संतोष शोरी ने अब तक जीते कुल 18 पदक Chhattisgarh News

संतोष शोरी ने नारायणपुर के देवगांव, पोर्टा केबिन स्कूल में कक्षा पांचवी (2017) से मल्लखंब का अभ्यास शुरू किया. 2020 बिलासपुर इन्विटेशनल नेशनल चैंपियनशिप में उन्हें पहला स्वर्ण पदक मिला. इसके बाद सितंबर 2021 में उज्जैन में आयोजित प्रतियोगिता में 2 मेडल जीते. 2022 जून खेलो इंडिया में 1 कांस्य पदक, 2022 अक्टूबर में गुजरात में आयोजित नेशनल गेम्स में 1 कांस्य पदक, 2023 फरवरी खेलो इंडिया में 2 कांस्य पदक भी प्राप्त किए. संतोष शोरी ने अब राज्य व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 18 पदक जीते हैं. इसी तरह संताय पोटाई राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 17 पदक जीत चुकी हैं. जयंती कचलाम कक्षा 12वीं की छात्रा हैं. वे पिछले 4 वर्षाें से मल्लखंब का अभ्यास कर रही हैं और अब तक राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कुल 14 पदक जीत चुकी हैं.




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