वेदांता एल्युमीनियम ने पीडब्ल्यूसी के सहयोग से ओडिशा में जैवविविधता बढ़ाने और कार्बन उत्सर्जन घटाने की दिशा में उठाये महत्वपूर्ण कदम
वेदांता एल्युमीनियम ने पीडब्ल्यूसी इंडिया के साथ रणनीतिक साझेदारी के तहत जैवविविधता संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाएं हैं। यह साझेदारी पर्यावरण संतुलन, जलवायु परिवर्तन पर असर को कम करने और समुदायों के कल्याण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है।
साझेदारी के तहत उन्नत कार्बन ज़ब्ती प्रोजेक्ट्स, आक्रामक प्रजातियों का निवारण, मियावाकी तकनीक से घने जंगलों का निर्माण और ऊर्जा-कुशल स्टोव वितरण जैसे कई प्रमुख प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की गई है। इन प्रयासों से स्थानीय जैव विविधता में वृद्धि होगी और कार्बन फुटप्रिंट में कमी आएगी। यह प्रयास वैश्विक सर्वश्रेष्ठ विधियों, इनोवेटिव असेसमेंट टूल्स और स्थानीय सहयोग से किए जा रहे हैं, जिससे परिणामों को भी मापा जा सकेगा।
वेदांता एल्युमीनियम के मुख्य प्रचालन अधिकारी सुनील गुप्ता ने कहा, "यह साझेदारी हमारी सस्टेनेबल वृद्धि और पर्यावरण प्रबंधन के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है। आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए हम मिलकर निर्णायक कदम उठा रहे हैं तथा इस धरती को ज्यादा सेहतमंद और हराभरा भी बना रहे हैं।"
पीडब्ल्यूसी इंडिया के पार्टनर, ईएसजी स्ट्रेटेजी एंड ट्रांस्फॉर्मेशन/लीडर-सस्टेनेबिलिटी एंड क्लाईमेट स्ट्रेटेजी, संदीप कुमार मोहंती ने कहा, "हमारा लक्ष्य स्थानीय समुदायों और पर्यावरण के लिए एक सस्टेनेबल भविष्य का निर्माण करना है।"
बता दें कि वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्युमीनियम भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 24 में 23.7 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्युमीनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया।