महासमुंद : कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने ली बीईओ एवं बीआरसी की समीक्षा बैठक
स्कूलों में सभी शिक्षक समय पर उपस्थित रहे
आरटीई के तहत पात्र बच्चों को प्रवेश न देने पर निजी स्कूलों की होगी मान्यता रद्द - कलेक्टर लंगेह
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विकासखंड शिक्षा अधिकारियों, विकासखंड स्त्रोत समन्वयकों की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर लंगेह ने अपार आईडी निर्माण की समीक्षा करते हुए उसकी प्रगति की जानकारी ली तथा आईडी निर्माण तेजी से पूरा करने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी एन.के. सिन्हा, जिला मिशन समन्वयक रेखराज शर्मा उपस्थित थे।
कलेक्टर ने पात्रता रखने वाले विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए आ रही कठिनाइयों के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को पात्रता रखने वाले प्रत्येक बच्चों के जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री लंगेह ने बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों के पात्र बच्चों को आरटीई (शिक्षा का अधिकार अधिनियम) के तहत निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि कोई भी पात्र बच्चे इस योजना से वंचित न रहे। साथ ही, उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों की पहचान कर आवश्यक दस्तावेज़ों के आधार पर उनका प्रवेश सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि आरटीई के अंतर्गत जो पात्र बच्चे प्रवेश नहीं ले पाए है बीईओ और बीआरसी द्वारा व्यक्तिगत रुचि लेकर उनके पालकों से जानकारी ले और इसकी जांच करें। यदि निजी स्कूल पात्र बच्चों को प्रवेश दिलाने में आनाकानी करता है या प्रवेश दिलाने के लिए कोई मांग करता है तो इस स्थिति में संबंधित संस्था की मान्यता रद्द की जाएगी।
कलेक्टर लंगेह ने विकासखंडवार अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के संबंध में जानकारी ली। कक्षा दसवीं और कक्षा 12वीं के बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए चर्चा की। उन्होंने आगामी परीक्षाओ में बेहतर परिणाम की तैयारी हेतु विशेष प्रयास कर अमल करते हुए बच्चों को परीक्षा की तैयारी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन परीक्षाओं में जिन बच्चो के प्राप्तांक कम है। उन बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए कमियों की समीक्षा कर कार्ययोजना बनाकर बच्चों को मार्गदर्शन दिया जाये। बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए स्कूलों में पालकों की भागीदारी बढ़ानी होगी। प्रत्येक माह पालक शिक्षक बैठक नियमित रूप से आयोजित किया जाए। परीक्षा के पहले पालकों को परीक्षा की जानकारी दे और उन्हें घर में मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी भी देवें।
कलेक्टर लंगेह ने कहा कि सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, संकुल समन्वयक अपने संकुल अंतर्गत आने वाली शालाओं को नियमित अवलोकन करें। छात्र-छात्राओं की पढ़ाई की समीक्षा करें, पढ़ाई में कोताही न बरतें। उन्होंने मध्यान्ह भोजन, शिक्षा गुणवत्ता आदि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूलों में विद्यार्थी सूचकांक प्रत्येक कक्षा में नाम सहित चस्पा करने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों की दर्ज संख्या विरुद्ध उपस्थित बच्चों की संख्यात्मक जानकारी लेते हुए कहा कि शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए शिक्षक बच्चों के पालकों से भी नियमित संवाद करें और बच्चों की शिक्षा से उन्हें अवगत कराते हुए बच्चों को नियमित स्कूल भेजने प्रेरित करें। उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति को भी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में कक्षा दसवीं और कक्षा 12वीं के अर्द्धवार्षिक परीक्षा परिणाम पर चर्चा की गई। जिसमें परीक्षा परिणाम का पांच वर्गों के अनुसार समीक्षा की गई। इनमें ई श्रेणी वाले विद्यालय की संख्या 04 है, डी श्रेणी वाले शालाओं की संख्या 07, सी श्रेणी वाले विद्यालयों की संख्या 64 एवं बी श्रेणी वाले 85 और ए श्रेणी वाले 25 विद्यालय शामिल है। ई श्रेणी वाले विद्यालय के प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिया गया इसी क्रम में समस्त बीईओ को सी, डी और ई श्रेणी के विद्यालयों के बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए विशेष रणनीति बनाकर परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि सभी शिक्षक समय पर स्कूल आएं और अपना कोर्स पूरा करें। स्कूल में किसी भी तरह की नशाखोरी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जानकारी मिलने पर सीधे सस्पेंड किए जायेंगे। शिक्षकों द्वारा अवकाश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करना अनिवार्य है। सभी स्कूलों में शौचालय, कक्षा एवं स्कूल परिसर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने कहा गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक ने बसना एवं बागबाहरा बीआरसी और बीईओ को आपसी समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों से अधिक से अधिक संवाद करने की आवश्यकता है। प्राचार्य भी बच्चों से सीधे संवाद कर उनकी परेशानियों को समझ कर हल करने का प्रयास करें। बैठक में सहायक परियोजना समन्वयक डी एन जांगड़े, विद्या साहू, संपा बोस सहित विकास शिक्षा अधिकारी, विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक, सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।