
पिथौरा : बीईओ एवं लिपिक ने किया वित्तीय अनियमितता, जांच मेें शिकायत सही मिला।
शिक्षिका की अनुपस्थिति अवधि का हुआ वेतन भुगतान, डीपीआई रायपुर को भेजा प्रतिवेदन।
बीईओ कार्यालय पिथौरा में नियम कानून को दरकिनार करके बीईओ एवं लिपिक ने गजब का खेल किया है। एक शिक्षिका का अनुपस्थिति अवधि का भी वेतन भुगतान कर दिया है। जिसकी शिकायत हुआ है। संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग ने कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही का अनुशंसा करके जांच प्रतिवेदन संचालक लोक शिक्षण संचालनालय को भेज दिया है।
आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास ने सूचना आवेदन लगाकर से समस्त दस्तावेज प्राप्त किया। जिसमें प्रथम दृष्टया वित्तीय अनियमितता होने का आशंका होने पर साक्ष्य सहित लिखित शिकायत किया।
मालूम हो कि शासकीय प्राथमिक शाला भगतदेवरी में शोभा बरिहा पदस्थ थी। जिसे जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द के आदेश से 07 जुलाई 2022 को मूल शाला भगतदेवरी से शासकीय प्राथमिक शाला कमारडेरा(एच) बागबाहरा में शैक्षणिक व्यवस्था किया गया था। लेकिन शासकीय प्राथमिक शाला सुअरमार में शिक्षक की कमी होने के कारण इनका वैकेल्पिक अध्यापन व्यवस्था बागबाहरा बीईओ ने किया। शोभा बरिहा को बागबाहरा बीईओ ने 13 जुलाई 2023 को अध्यापन व्यवस्था को निरस्त करके कार्यमुक्त कर दिया।
शोभा बरिहा को बीईओ कार्यालय बागबाहरा से कार्यमुक्ति आदेश पाने के बाद मूल शाला भगतदेवरी में पहुंच करके उपस्थिति देना था। लेकिन इन्होने मूल शाला में उपस्थिति नही दिया। बल्कि अनुपस्थिति अवधि में भी शोभा बरिहा ने बीईओ और लिपिक से मिलीभगत करके वेतन ले लिया।
जांचकर्ता अधिकारी ने जांच में पाया कि कमलेश कुमार ठाकुर बीईओ पिथौरा ने शोभा बरिहा का अनुपस्थिति अवधि का भी नियम विपरीत तरीके से वेतन भुगतान किया है। जो वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है। इन्होने जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द को भी इस संबंध में किसी प्रकार की सूचना नही दिया है। जो बीईओ एवं लिपिक की स्वेच्छाचारिता एवं लापरवाही को प्रदर्शित करता है।
डीईओ महासमुन्द कार्यालय से प्रतिवेदन पाने के बाद संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग रायपुर ने इस प्रकरण में समक्ष सुनवाई किया। अंकेक्षण दल द्वारा भी जांच करवाई गई। इस जांच में भी शिकायत सही पाया गया है।