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महासमुंद : सहायक शिक्षकों का सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन, बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों ने जताया शासन का आभार

महासमुंद। बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हुए कैबिनेट के बैठक में निर्णय लिया गया कि सीधी भर्ती 2023 में सेवा समाप्त 2621 बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों का सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन होगा। इससे बर्खास्त हुए बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को राहत मिली है। इसी तारतम्य में बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों ने शुक्रवार को महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा से मुलाकात कर शासन और विधायक का आभार जताया। इस पर विधायक ने उन्हें नए पद के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश की सरकार किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं होने देगी।

बता दें कि वर्ष 2023 में हुए भर्ती परीक्षा में बीएड अर्हताधारी अभ्यर्थियों को सहायक शिक्षकों के पद पर पदस्थ किया गया था। कुछ समय बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार बीएड अर्हताधारी अभ्यर्थियों को सहायक शिक्षक के पद से हटाने एवं डीएड अर्हताधारी अभ्यर्थियों को उनके पद पर पदस्थ करने का आदेश आया। इससे बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद से ही सरकार इन शिक्षकों के लिए समायोजन का रास्ता तलाश रही थी। इसी बीच जिले के बर्खास्त सहायक शिक्षक विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा से मिलने पहुंचे थे। विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने उन्हें आश्वासन दिया था कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। सरकार सबके के हितों को ध्यान में रखते हुए रास्ता जरूर निकालेगी। 30 अप्रैल को हुए कैबिनेट के बैठक में बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों का सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन का फैसला लिया गया।

विष्णुदेव के सुशासन में हर वर्ग का विकास
इस अवसर पर विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि राज्य में विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सुशासन की सरकार चल रही है। इसमें किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं होगा। युवाओं के लिए सरकार काफी कार्य कर रही है। इसलिए प्रदेश का युवा वर्ग सरकार के कार्यों से खुश है।

निर्धारित अर्हता पूर्ण करने दिया जायेगा समय
कैबिनेट के निर्णय के मुताबिक कला व विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को निर्धारित अर्हता (12वीं गणित/विज्ञान) पूर्ण करने के लिए 3 वर्ष की अनुमति दी जाएगी। साथ ही इन अभ्यर्थियों को प्रयोगशाला कार्य के संबंध में एससीईआरटी के माध्यम से दो माह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के शेष 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का सृजन किया जाएगा।


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