
एग्रीस्टेक पोर्टल में किसानों का पंजीयन कार्य जारी
कलेक्टर के निर्देशानुसार बालोद जिले में शत प्रतिशत किसानों का पंजीयन सुनिश्चित कराने संबंधित विभागों द्वारा किया जा रहा है मुस्तैदी से कार्य
राजस्व अधिकारियों ने सहकारी समितियों में पहुँचकर कार्यों का किया अवलोकन
बालोद जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न कराने तथा सभी कृषकों का पात्रतानुसार शत प्रतिशत धान की खरीदी सुनिश्चित कराने हेतु एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन कराने हेतु शेष रह गए किसानों का पंजीयन का कार्य निरंतर जारी है। जिससे कि जिले के सभी कृषकों को वास्तविक रकबे के आधार पर वास्तविक धान की खरीदी सुनिश्चित हो सके। इसके साथ ही जिले का कोई भी पात्र कृषक धान खरीदी योजना का समुचित लाभ लेने से वंचित न रहे। कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार बालोद जिले में राजस्व, सहकारिता एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन कराने हेतु शेष रह गए शत प्रतिशत कृषकों का पंजीयन सुनिश्चित कराने हेतु मुस्तैदी से कार्य किया जा रहा है।
कलेक्टर मिश्रा के निर्देशानुसार जिले के सभी सहकारी समितियों में 15 अक्टूबर से आयोजित शिविरों में राजस्व एवं संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी नियमित रूप से पहुँचकर शेष सभी कृषकों का एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन सुनिश्चित करा रहे हैं। इसके अंतर्गत आज 17 अक्टूबर को विशेष शिविर के तीसरे दिन जिले के एसडीएम तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, आरआई, पटवारियों के साथ-साथ सहकारिता विभाग के अधिकारी-कर्मचारीगण सहकारी समितियों में पहुँचकर एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन कराने हेतु शेष रह गए कृषकों का कराए जा रहे पंजीयन के कार्य का अवलोकन किया।
इस दौरान अधिकारियों के द्वारा मौके पर उपस्थित किसानों को एग्रीस्टेक पोर्टल में किसानों के पंजीयन के महत्व एवं उद्देश्यों के संबंध में आवश्यक जानकारी भी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 के ऐसे किसान जो एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकृत है किंतु एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन हेतु शेष रह गए है। सहकारी समितियों में आयोजित शिविरों में ऐसे सभी कृषकों का एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन किया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे कृषक जो एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीकृत है किंतु उनका व्यक्तिगत जानकारी अप्राप्त है शिविरों में ऐसे सभी कृषकों की जानकारी एग्रीस्टेक पोर्टल में अद्यतन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन हेतु किसान संबंधित सहकारी समितियों के अलावा ग्राहक सेवा केन्द्रों में पहुँचकर अपना पंजीयन करा सकते हैं। इसके साथ ही एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीकृत ऐसे किसान जिनका व्यक्तिगत जानकारी अप्राप्त है वे सहकारी समितियों में आयोजित शिविरों में उपस्थित होकर अपना व्यक्तिगत जानकारी अद्यतन करा सकते हैं।
इन दोनों कार्यों के लिए किसानों को अपना किसान किताब, आधार कार्ड एवं मोबाईल के साथ निर्धारित स्थानों में उपस्थित होना अनिवार्य है। इसके अंतर्गत आज तहसीलदार गुरूर हनमुंत श्याम ने गुरूर तहसील के अंतर्गत ग्राम धनेली एवं बासीन सहकारी समितियों में पहुँचकर एग्रीस्टेक पोर्टल में किसान पंजीयन कार्य का अवलोकन किया। इसी तरह अधीक्षक भू-अभिलेख देवव्रत साहू ने डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम देवरी बंगला एवं भंडेरा सहकारी समितियों में पहुँचकर कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होेंने पंजीयन कार्य में लगे एवं मौके पर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन कराने हेतु शेष रह गए शत प्रतिशत किसानों का समय पर पंजीयन सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। अधिकारियों ने मौके पर उपस्थित कोटवारों को एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन कराने हेतु शेष रह गए प्रत्येक किसानों के घरों में पहुँचकर पंजीयन सुनिश्चित कराने के संबंध में अनिवार्य रूप से जानकारी देने के निर्देश दिए।