प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वीकारोकिति किये कि ये तीनों बिल वाले कानून थे, ये उनकी और भारतीय जनता पार्टी की नैतिक और सैद्धांतिक हार दोनों तरफ से हुयी है - जिलाध्यक्ष सागर सिंह बैस
लोरमी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा तीनों कृषि कानुन को वापस लेने की घोषणा किया गया। गौरतलब है कि तीनों कृषि कानुन के विरोध में लगभग एक वर्ष से किसान संगठन, कांग्रेस सहित अन्य राजनितिक पार्टी के द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा था। प्रधानमंत्री के द्वारा कृषि कानुन वापस लिये जाने पर मुॅगेली जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सागर सिंह बैस के द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ लोरमी नगर के मुॅगेली चैक के पास फटाखा फोड़ खुशी मनाये। इस दौरान जिलाध्यक्ष सागर सिंह बैस ने कहा कि यह सिर्फ कृषि बिल वापस लेना सिर्फ हमारी उपलब्धि नहीं है यह जो हजारों लाखों की तदाद में पिछले काफी दिनों से संघर्ष कर रहे है उनके लिए भी बड़ी उपलब्धि है दुर्भाग्य की बात है कि इस बिल को पहले ही वापस ले लिया जाना था जिससे हमारे सैकड़ो किसानों की जान बच सकती थी इस बिल के कारण काफी किसान शहीद हो गये है उनको मैं सादर नमन करता हॅू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वीकारोकिति किये कि ये तीनों बिल वाले कानुन थे, ये उनकी और भारतीय जनता पार्टी की नैतिक और सैद्धांतिक हार दोनों तरफ से हुयी है।
सबसे बड़ी बात यह है कि अभी हुये उप चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा आने वाला समय में अभी युपी का चुनाव और 2024 का चुनाव होना है प्रधानमंत्री मोदी को साफ पता चल गया है कि किसानों का जो आक्रोश है वो भाजपा को ले डुबेगा ये सिर्फ उसी का परिणाम है जो 2015 से जिस बिल को लाने का प्रयास किया जा रहा था जिसकी तैयारी पूर्ण हो चुॅका था, आज बिल से हटे वो सिर्फ भय है जो मोदी जी के चेहरे में साफ दिखने लगी थी इसी के मद्देनजर निर्णय से वापस हटे है। हमारी कांग्रेस पार्टी प्रथम दिवस से ही किसानों के साथ सीधा विरोध कर रहे थे निश्चित रूप से एक बिल ऐसा नहीं था जिसमें किसानों को फायदा पहुॅचाने वाला हो निश्चित रूप से ये कांग्रेस का और किसानों की जीत है। इस दौरान लखन कश्यप, परमेश्वर गुप्ता, जितेन्द्र पाठक, सोहन वर्मा, देवी जायसवाल, आकश वैष्णव, खुशवंत कश्यप, नागेश गुप्ता, मोनु जायसवाल, हितेश पाण्डेय, कृष्णा यादव, शिवा जांगड़े, सहित काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपिस्थत रहे।