महासमुंद : कड़ी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से जीतने की भावना और क्षमता का विकास होता है- हीना घालेन (सहा. वि.खं. शि. अधिकारी)
कड़ी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से जीतने की भावना और क्षमता का विकास होता है- हीना घालेन (सहा. वि.खं. शि. अधिकारी)
सांस्कृतिक गतिविधियों एवं खेलकूद से बच्चों में शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक क्षमताओं का विकास होता है - देवसिंग चंद्राकर
दो दिवसीय संकुल स्तरीय खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विदाई समारोह का समापन हुआ
संकुल केंद्र उमरदा में दो दिवसीय खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती हीना घालेन के करकमलो से संपन्न हुआ। कार्यक्रम के शुरुआत में उन्होंने सभी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह आप लोग स्कूल में पढ़ाई के दौरान परीक्षा में सफलता को प्राप्त करते हैं ठीक इसी प्रकार जीवन में खेल का बड़ा महत्व है उक्त खेल में बच्चे अपनी रुचि एवं अवसर के अनुरूप अपना स्थान सुनिश्चित करते हैं। खेल में कड़ी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास का होना आपमें हमेशा जीतने की भावना और क्षमता का विकास करता है।
कार्यक्रम के द्वितीय दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में ग्राम प्रमुख एवं वरिष्ठ नागरिक देव सिंह चंद्राकर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे दैनिक जीवन में खेल का महत्व बहुत अधिक है। इन खेलों के माध्यम से न केवल हमारे बौद्धिक, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं, बल्कि ये हमें सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को भी सिखाते हैं। खेल कूद हमारे शरीर एवं मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, और हमारे हृदय को स्वस्थ बनाते हैं। हमें तनाव से मुक्ति दिलाते हैं, हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं, और हमें खुशी और संतुष्टि की भावना देते हैं। खेलकूद हमें सामाजिक मूल्यों को भी सिखाते हैं। ये हमें टीमवर्क, अनुशासन, और नेतृत्व की भावना को सिखाते हैं।
उद्बोधन की इसी कड़ी में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नंदकुमार साहू जी ने बच्चों को प्रेरणात्मक संबोधन करते हुए कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम हमें हमारी संस्कृति के बारे में ज्ञान देते हैं। ये हमें हमारे पूर्वजों की परंपराओं, रीति-रिवाजों, और मूल्यों के बारे में जानकारी देते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम हमें सामाजिक एकता की भावना को सिखाते हैं। ये हमें विभिन्न समुदायों और संस्कृतियों के लोगों के साथ जुड़ने और उनकी परंपराओं को समझने का अवसर देते हैं। साथ ही यह हमारे आत्मविश्वास की भावना को प्रबल करते हैं। ये हमें अपनी संस्कृति की परंपराओं और मूल्यों पर गर्व करने और उन्हें आगे बढ़ाने का अवसर देते हैं।
उक्त कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती विद्या वर्मा पूर्व प्रधान पाठिका शासकीय प्राथमिक शाला सिरगिड़ी ने अपने उद्बोधन ने कहा कि मैं 2009 से 2023 तक इस शाला में प्रभारी प्रधान पाठक के रूप में अपने कार्य का संपादन किया यहां के शिक्षक, बच्चों एवं समस्त ग्राम वासियों के द्वारा मुझे उक्त अवधि में जो प्यार और सम्मान प्राप्त हुआ है उसे मैं अपने जीवन भर में कभी भी नहीं भूल पाऊंगी और आज इस कार्यक्रम में विदाई समारोह आयोजित कर आप लोगों के द्वारा मुझे जो सम्मान एवं उपहार प्रदान किए हैं वह मेरे जीवन के लिए अमूल्य निधि के समान है जो मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगा।
उद्बोधन की इसी कड़ी में संकुल समन्वयक अनिल ढीढी ने पालकों, बच्चों एवं गणमान्य नागरिकों को शासन की समस्त योजनाओं को विस्तार से बताते हुए बच्चों के जाति प्रमाण पत्र, अपार आईडी एवं समस्त शिक्षकों व बच्चों की नियमित उपस्थिति के संबंध में जानकारी देते हुए संकुल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिए हुए समस्त छात्र-छात्राओं, निर्णायक मंडल शिक्षकों, पालकों एवं गणमान्य नागरिकों को इस सफल आयोजन के लिए उन्होंने बधाई प्रेषित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
संकुल स्तरीय खेलकूद में प्राथमिक शाला स्तर पर कुल आठ शालाओं के बच्चों ने भाग लिया जिनमें प्राथमिक शाला पतेरापाली, मुड़मार, गौरखेड़ा, उमरदा, सिरगिड़ी, जामली, झालखंहरिया एवं बोरियाझर शामिल हैं। जिसमें प्रथम स्थान बालक एवं बालिका वर्ग में उमरदा व द्वितीय स्थान पर संयुक रूप से सिरगिड़ी एवं बोरियाझर रहे। इसी तरह उच्च प्राथमिक विभाग से बालक एवं बालिका वर्ग में प्रथम स्थान पर उमरदा व द्वितीय स्थान पर बोरियाझर स्कूल रहा।
इसी तारतम्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्राथमिक शाला स्तर पर प्रथम स्थान पर झालखमरिया तथा द्वितीय स्थान पर उमरदा रहा। मिडिल विभाग में प्रथम स्थान पर पूर्व माध्यमिक शाला बोरियाझर एवं द्वितीय स्थान पर मिडिल स्कूल उमरदा के बच्चों ने अपना स्थान बनाया।
कार्यक्रम के अंत में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र, मेडल से तथा अन्य प्रतिभागी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार देकर विभिन्न उपहारों से सम्मानित किया गया।
उक्त कार्यक्रम का संचालन धरम चंद्राकर ने तथा आभार प्रदर्शन हाई स्कूल के प्रभारी प्राचार्य पूनम चंद्राकर के द्वारा किया गया। उक्ताशय
के संबंध में जानकारी शिक्षक योगेश कुमार मधुकर के द्वारा दी गई। इस अवसर पर समस्त ग्रामवासी, पालकगण एवं स्कूल के विद्यार्थियों ने खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों का अतिउत्साहवर्धन किया।
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