
भारतीय संविधान के हीरक जयंती वर्ष पर प्रचारिका सभा ने जोबी कॉलेज में ली कांस्टीट्यूशन क्लास
भारतीय संविधान के हीरक जयंती वर्ष पर बुधवार को शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी में भारतीय संविधान प्रचारिका सभा से आए अतिथि एवं विषय के जानकारों ने भारतीय संविधान पर एक पीरियड लिया, संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। परिचर्चा मुख्यतः संविधान के महत्व, विशेषताओं, अनुच्छेदों और मूलाधिकार पर केंद्रित रही। उद्देश्य विद्यार्थियों को संविधान के प्रति जागरूक बनाना था। इस दौरान, संविधान की आवश्यकता और उपयोगिता एवं महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। विद्यार्थियों ने भी सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए विभिन्न सवाल पूछे, जिनके उत्तरों में बतलाया गया कि ’हम भारत के लोग’ इन शब्दों से शुरू होने वाली भारतीय संविधान की प्रस्तावना ही संविधान की आत्मा होती है और जो मौलिक अधिकार हैं उन्हें संविधान का ’मैग्नाकार्टा’ कहा जाता है।
उल्लेखनीय है कि संविधान संगोष्ठी की शुरूआत सरस्वती वंदन से हुई। तत्पश्चात, प्राचार्य रविंद्र कुमार थवाईत द्वारा सभा के सदस्यों में क्रमशः से जनक राम राठिया जो कि अपने विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर (सेवानिवृत) रह चुके हैं, मंतराव मेश्राम जो भारतीय संविधान सभा प्रचारिणी के सदस्य हैं एवं उनकी जिला इकाई के सदस्य नन्द लाल चंद्रा का, स्वागत सत्कार किया गया। सभा एवं समिति के सदस्यों और जानकारों ने बताया गया कि संविधान एक जीवंत दस्तावेज है। संविधान में कुल 22 भाग, 12 अनुसूचियां एवं 448 अनुच्छेद हैं, जिन्हें बनाने में ही 02 वर्ष 11 माह और 18 दिन लग गए थे। प्रारूप डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाया गया, संविधान सभा ने इसे 26 नवम्बर 1949 को पारित किया और यह 26 जनवरी 1950 से हमारे देश में लागू है। विभिन्न अनुच्छेद क्यों और किस लिए बनाए गए हैं और उन्हें किस प्रकार लागू किया जाता है, इसकी भी जानकारी दी गई।
बता दें कि ओबीसी महासभा बिलासपुर के संभाग उपाध्यक्ष श्री चैतू राम साहू एवं कोषाध्यक्ष ने जोबी महाविद्यालय प्रबंधन से पत्राचार कर संयुक्त रूप से नियत दिन एवं कालखंड में कार्यक्रम संपन्न कराने की दिशा में पहल की थी। इसमें उनकी राष्ट्रीय कोर कमेटी की भूमिका भी अहम रही। समापन सत्र में सभी ने इस बात की शपथ ली की, जिस प्रकार हम विभिन्न धर्म और संप्रदायों में अपने-अपने आराध्यों एवं श्रीमद्भागवत गीता, रामायण, कुरान, बाइबिल आदि गं्रथों का अनुसरण करते हैं, इस तरह प्रत्येक भारतीय नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए की सभी भारतीय संविधान की प्रति भी अपने घरों में स्थापित कर उसका अनुपालन करें।
इस दौरान, जोबी महाविद्यालय से सहायक प्राध्यापक एसपी दर्शन एवं श्री वाईके राठिया व मुख्य लिपिक पीएल अनंत, प्रयोगशाला तकनीशियन एलआर लास्कर सहित अन्य उपस्थित रहे। इस प्रकार संविधान के अलंकृत हुए पूर्ण हो रहे 75 वर्षों पर हीरक जयंती वर्ष के इस विशेष कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भारतीय संविधान के बारे में गहरी समझ हासिल की और इसे अपने जीवन में कैसे लागू किया जाए, इस पर भी विचार किया।