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धरती पर स्वागत है सुनीता विलियम्स, 286 दिन की यात्रा के बाद हुआ धरती पर आगमन.

फ्लोरिडा: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में 285 दिन बिताने के बाद भारतवंशी सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर पृथ्वी पर लौट आए.
अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर स्पेसएक्स के ड्रैगन यान ने मंगलवार को पृथ्वी पर वापसी का सफर शुरू किया था.
ड्रैगन यान 17 घंटे के सफर के बाद बुधवार तड़के 3:27 बजे फ्लोरिडा के समुद्र तट पर उतरा. यानी दोनों अंतरिक्ष में 286 दिन रहने के बाद धरती पर वापस लौटे.

इससे पहले करीब 2:41 बजे डीआर्बीट बर्न (यान का वायुमंडल में प्रवेश हुआ) मंगलवार सुबह ISS पर बुच ने ड्रैगन यान का हैच (ढक्कन) खोला. इसके बाद वह सुनीता और दो अन्य यात्रियों नासा के निक हॉग व रूस के अलेक्सांद्र गोरबुनोव के साथ यान में सवार हुए.
सुबह 10:35 बजे अनडॉकिंग (यान का ISS से अलग होना) के बाद ड्रैगन ने पृथ्वी के लिए उड़ान भरी.

लैंडिग के बाद सुनीता और बुच को स्ट्रेचर पर बाहर निकाला गया. क्योंकि, अंतरिक्ष में लंबा समय गुजारने से एस्ट्रोनॉट्स सीधे जमीन पर नहीं चल सकते.

PM मोदी ने लिखा सुनीता विलियम्स को पत्र:

सुनीता विलियम्स को PM मोदी ने चिट्ठी लिखी है. उन्होंने लिखा कि, भले आप हजारों मील दूर हों. हमारे दिलों के करीब हैं. चिट्ठी को केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर साझा किया. PM मोदी ने सुनीता विलियम्स को भारत आने का आमंत्रण दिया. और लिखा, मैं आपको वापसी के बाद भारत में देखने के लिए उत्सुक हूं. भारत की बेहतरीन बेटियों में से एक की मेजबानी करना खुशी की बात होगी.

पैतृक गांव झूलासन में मनाया गया जश्न

वहीं, सुनीता विलियम्स के वापस आने की खबर से परिवार में खुशी का माहौल है. झुलासन गांव के रहने वाले ग्रामीण भी काफी खुश हैं. सुनीता विलियम्स के इस गांव में उनके स्वागत के लिए तैयारियां की जा रही हैं. ग्रामीणों को उम्मीद है कि सुनीता गांव में जरूर आएंगी. ग्रामीणों के अनुसार, वह सुनीता का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वह तीन बार गांव आ चुकी हैं, पहली बार साल 2006 और इसके बाद साल 2012 में आई थीं. अन्य ग्रामीणों ने बताया है कि, वह सुनीता विलियम्स का भव्य स्वागत करेंगे.






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