
महासमुंद : महिलाओं को आत्मरक्षा का कौशल जानना जरुरी है
24 मार्च 2025 को महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो. डॉ. अनुसुइया अग्रवाल (डी. लिट.) के मार्गदर्शन में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय महासमुंद में छात्राओं की आत्म रक्षा के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला कराटे संघ महासमुन्द द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर प्रारंभ किया गया। सर्वप्रथम प्रो. डॉ. अनुसूईया अग्रवाल (डी.लिट.) ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया कि मौजूदा समय में छात्राओं को आत्म सुरक्षा के लिए स्वावलंबी होना काफी आवश्यक है।
कराटे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से जीवन से अधिकतम लाभ उठाने के लिए एकदम सही अभ्यास है। आप जो विभिन्न आत्मरक्षा तकनीक सीखेंगे, वे आपको शारीरिक शक्ति विकसित करने और अपने शरीर को फिट और लचीला रखने में मदद करेंगी। कराटे सिर्फ़ आत्मरक्षा सीखने के लिए नहीं है, यह आपके समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए भी बहुत बढ़िया है।
कराटे एक अनुशासन, एक फिटनेस नियम और आत्मरक्षा का एक रूप है जो सभी उम्र के लोगों के लिए उपयोगी है। शोध से पता चलता है कि कराटे शरीर और दिमाग के लिए असंख्य लाभ प्रदान करता है। जबकि कराटे के शारीरिक लाभ और फायदे स्पष्ट हैं, मानसिक लाभों को कम नहीं आंका जा सकता है।
इसके पश्चात आनंद वैष्णव सचिव, जिला कराटे संघ महासमुन्द द्वारा छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान करने हुए कराटे से जुड़ी अन्य जानकारियां भी दी गई। उन्होंने बताया कि जब आप एक कराटे गुरु को काता करते देखते हैं, आप गति की सुंदरता और शक्ति द्वारा आकर्षित हो जाते हैं। उनको समझाये जाने की जरूरत नहीं होती है और वे सीखे जाने के लिए प्रकट नहीं होते हैं, बल्कि भीतर से आते प्रतीत होते हैं।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की वरिष्ठ प्रध्यापक प्रतिमा चंद्राकर ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने जिला कराटे संघ महासमुन्द से आए हुए सचिव एवं सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया और साथ ही सभी विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक रवि देवांगन द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रतिमा चंद्राकर (सहायक प्राध्यापक हिन्दी), रवि देवांगन (सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र), अतिथि व्याख्याता डॉ. ग्लैडिस एस. मैथ्यू, मुकेश कुमार सिंहा, माधुरी दीवान, शिखा साहू, निलेश तिवारी, क्रीड़ा अधिकारी तृपेश साहू तथा प्रयोगशाला तकनीशियन शेष नारायण साहू, जगतारण दास बघेल, कंप्यूटर ऑपरेटर नानक साहू, स्वच्छक कौशल साहू, एवं सविता तुर्के उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी को स्वल्पाहार करवाकर कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया गया।