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बिज़नेस शुरु करने पाना चाहते हैं आसानी से लोन, MSME में करें रजिस्ट्रेशन, जाने पूरी प्रकिया।

बिज़नेस शुरु करने पाना चाहते हैं आसानी से लोन, MSME में करें रजिस्ट्रेशन, जाने पूरी प्रकिया।

अगर आप कोई बिज़नेस शुरु करना चाहते है और किसी तरह का कोई बैंक लोन प्राप्त करना चाहते हैं। तो MSME में रजिस्ट्रेशन कर आप कम दर पर आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।

भारत सरकार MSME के द्वारा आप ऑनलाइन आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

MSME के लिए आप वेबसाइट https://msme.gov.in/online-application पर जाकर   आवेदन फॉर्म भरकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं । यह एक ऑनलाइन पोर्टल है जो MSME रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में मदद करता है। और रजिस्ट्रेशन के बाद 2 से 5 कार्य दिवसों में आजीवन वैधता के साथ MSME प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं ।

यह प्रमाण पत्र मेन्यूफैक्चरिंग और सर्विस दोनों ही क्षेत्रों के उद्यमों के लिए मान्य है। नए या मौजूदा व्यवसायों के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए किसी व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए गए नाम के लिए कोई लिमिट तय नहीं है।

MSME का फुल फॉर्म Micro, Small, and Medium Enterprises होता है हिंदी में इसे “सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय” कहते है। देश में छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने तथा उनकी आर्थिक रुप से मदद करने के लिए भारत सरकार ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय बनाया है।

MSME के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

1. MSME फॉर्म को पूरा करें

आवेदकों को सभी जानकारी को भरना और मांगे गए दस्तावेजों को जमा करना आवश्यक है।

2. दस्तावेजों की तैयारी

उनके विशेषज्ञ आपके आवेदन को प्रारूपित करने में मदद करेंगे और रिक्वेस्ट किए गए फॉर्म के अनुसार MSME को रजिस्टर करने के लिए दस्तावेज़ तैयार करेंगे। प्रक्रिया को आगे बढ़ने के लिए 1-2 कार्य दिवस लग सकते हैं।

3. MSME आवेदन फॉर्म भरना

डाक दस्तावेज़ों को MSME रजिस्ट्रार को तैयार और प्रस्तुत किया जाता है; उनके विशेषज्ञ प्रस्तुत दस्तावेजों को वैरीफाई करेंगे। इस प्रक्रिया के लिए 2 कार्य दिवस और लग सकते हैं।

4. आवेदन स्वीकृति और रजिस्ट्रेशन

एक बार जब आपका MSME आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आपकी कंपनी रजिस्टर हो जाती है और संबंधित दस्तावेज़ आपको भेज दिए जाएंगे।

5. रजिस्ट्रेशन शर्तें

मेन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के उस व्यवसाय को ही MSME का हिस्सा माना जाएगा जिसका निवेश प्लांट और मशीनरी में 10 करोड़ रूपए से कम होगा व सर्विस सेक्टर में ये सीमा 5 करोड़ रूपये है।

MSME लोन आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़

आधार कार्ड

रेंट एग्रीमेंट

प्रॉपर्टी के कागज

केन्सल चेक

कंपनी रजिस्ट्रेशन अर्थात बिक्री या खरीद बिल और पैन कार्ड

व्यवसाय का पता प्रमाण

स्व-स्वामित्व वाले प्रॉपर्टी के लिए: लीज डीड, प्रॉपर्टी टैक्स रसीद, ऑनरशिप लेटर, अलॉटमेंट लेटर, आदि।

किराए लिए: मकान मालिक से NOC, किराए की रसीदें, यूटिलिटी बिल या मकान मालिक के स्वामित्व के सबूत आदि।

MSME प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए शुल्क 1999  रु. / प्रति प्रमाण पत्र और इस फीस का भुगतान विभाग सुरक्षित गेटवे द्वारा किया जा सकता है।

अतिरिक्त दस्तावेज़

बिक्री और खरीद बिल की कॉपी

पार्टनरशिप एग्रीमेंट

मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MoA)

आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन (AoA)

मशीनरी खरीद के लाइसेंस और बिल की कॉपी

MSME रजिस्ट्रेशन के लाभ

MSME रजिस्ट्रेशन सरकारी टेंडर प्राप्त करने में मदद करता है

बैंक लोन के तहत, पूरी तरह से ऑटोमैटिक मशीनरी पर 15% इम्पोर्ट सब्सिडी

व्यापार के क्षेत्र के बावजूद लाइसेंस, अप्रूवल और रजिस्ट्रेशन प्राप्त करना आसान हो जाता है

ISO प्रमाणपत्र खर्च का मुआवज़ा

कम ब्याज दर प्राप्त करने में मदद करता है

रजिस्ट्रर्ड MSME को टैरिफ सब्सिडी और टैक्स और कैपिटल सब्सिडी मिलती है

डायरेक्ट टैक्स के कानूनों के तहत छूट मिलती है

आवेदन फॉर्म में MSME रजिस्ट्रेशन के लिए प्रदान की जाने वाली जानकारी की लिस्ट

आधार नम्बर

आधार कार्ड के अनुसार उद्यमी का नाम

सामाजिक श्रेणी (सामान्य, ओबीसी, एससी / एसटी)

लिंग

शारीरिक रूप से विकलांग

उद्यम का नाम

संगठन का प्रकार (प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, पब्लिक लिमिटेड कंपनी, सीमित देयता भागीदारी, सहकारी सोसायटी, हिंदू अविभाजित परिवार, स्वयं सहायता समूह, सोसाइटी या ट्रस्ट)

पैन कार्ड

प्लांट का स्थान / पता

देश, राज्य, जिला, शहर, तहसील, पिन कोड

कार्यालय का पता

मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी

व्यवसाय के शुरु होने की तारीख

बैंक खाता संख्या और IFSC कोड

उद्यम की व्यावसायिक गतिविधि

NIC कोड (2 अंक का ) – प्राथमिक गतिविधि चुनें

उद्यम की अतिरिक्त जानकारी

कर्मचारियों की संख्या

प्लांट और मशीनरी में निवेश राशि

https://www.paisabazaar.com

भारत देश में लगभग 45% रोजगार छोटे उद्योगों के कारण मिलता है तथा भारत द्वारा निर्यात किए जाने वाले सामान का लगभग 50% सामान छोटे उद्योगों के द्वारा ही उत्पादित किया जाता है। इसलिए भारत सरकार चाहती है कि देश मैं अधिक से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग खोले जाएं जिससे अधिक से अधिक रोजगार उत्पन्न हो सके। MSME का मतलब है, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम यानी छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसाय।

इसके अलावा आप किसी कंपनी की भी सहायता ले सकते हैं।

https://flexiloans.com/hi/msme-registration-prakriya/

https://www.legalraasta.com/blog/how-to-do-msme-registration-and-what-are-its-benefits/





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