
पिथौरा : संस्कार समर कैंप में हुआ स्काई वॉचिंग वर्कशॉप, नवाचारी विज्ञान शिक्षकों का हुआ सम्मान
ब्रह्मांड की रोमांचक सैर पर निकले पिथौरा के बच्चे
पिथौरा। संस्कार शिक्षण संस्थान द्वारा पिथौरा नगर में आयोजित 40 दिवसीय संस्कार समर कैंप में बच्चों को विज्ञान और ब्रह्मांड की अनोखी दुनिया से रूबरू होने का अवसर मिला। प्रतिभा पब्लिक विद्यालय में आयोजित एस्ट्रोनॉमी वर्कशॉप में स्काई वॉचिंग खास आकर्षण का केंद्र रहा। इस दौरान बच्चों ने टेलीस्कोप की मदद से सूर्य, चंद्रमा, तारों और ग्रहों का अवलोकन किया और ब्रह्मांड के रहस्यों को करीब से जाना।
एस्ट्रोनॉमी एक्सपर्ट अजय भोई और उनकी टीम के मार्गदर्शन में आयोजित इस वर्कशॉप ने बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने की दिशा में अहम भूमिका निभाई। बच्चों ने न सिर्फ खगोलीय घटनाओं की जानकारी प्राप्त की, बल्कि रात के आकाश में वास्तविक तारों और ग्रहों को देखने का रोमांच भी अनुभव किया।
समर कैंप के डायरेक्टर सीमा गौरव चंद्राकर ने बताया कि ग्रामीण अंचल के बच्चों को विज्ञान के प्रति जिज्ञासु बनाना और ब्रह्मांड की अद्भुत दुनिया से जोड़ना इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसडीओपी अजीत ओगरे ने कहा कि “टेलीस्कोप के अविष्कार ने हमें ब्रह्मांड की सच्चाई से परिचित कराया। आज के बच्चे कहानियों से आगे बढ़कर विज्ञान के आधार पर सच्चाई जान रहे हैं, यह बहुत सुखद और प्रेरणादायक है।” जनपद उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद पटेल एवं युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य स्वप्निल तिवारी ने बच्चों को इस अवसर का भरपूर लाभ उठाने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर जिले के विज्ञान क्षेत्र में नवाचार कर रहे शिक्षकों अजय कुमार भोई, सचिन प्रधान, हेमंत खुंटे, जगदीश सिन्हा, सुबोध तिवारी, विवेक वर्मा, रेखराज बघेल, छविराम पटेल, दिनेश देवांगन, लोकेंद्र ध्रुव, प्रेमचंद साव, डोलामणी साहू, अंतर्यामी प्रधान, सरोज साव, और आरती खालसा को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
सम्मान प्राप्त शिक्षकों ने संस्कार समर क्लासेस के माध्यम से बच्चों को विज्ञान सहित विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित करने की पहल का स्वागत करते हुए संस्था के डायरेक्टर गौरव चंद्राकर व सीमा चंद्राकर के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस आयोजन में 300 से अधिक बच्चे, पालक, शिक्षक और गणमान्य नागरिकों ने सहभागिता की। आयोजन का सफल संचालन साहित्यकार-पत्रकार संतोष गुप्ता ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन गौरव चंद्राकर ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पत्रकार राजा बाबू उपाध्याय, राजेश साव, रमेश श्रीवास्तव, बद्री प्रसाद दुबे, चंदन पांडे और शिक्षकों की अहम भूमिका रही।