
ओटीटी पर बढ़ती अश्लीलता को लेकर सरकार सख्त, संसद की स्थायी समिति 7 मई को करेगी अहम बैठक
ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ती अश्लीलता को लेकर केंद्र सरकार गंभीर हो गई है। संसद की सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी स्थायी समिति 7 मई को सुबह 11 बजे बैठक करने जा रही है, जिसमें उल्लू जैसे ऐप्स पर परोसे जा रहे कंटेंट को लेकर अहम चर्चा होगी। इस बैठक में संसदीय समिति सरकार से सवाल पूछेगी और ठोस कार्रवाई की मांग भी करेगी। इस समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद निशिकांत दुबे हैं, जिन्होंने इस मुद्दे पर पहले ही कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यह नहीं चलेगा, हमारी कमेटी इस पर कार्रवाई करेगी। यह मोदी सरकार है, अब इंतजार कीजिए।”
बैठक में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव के भी शामिल होने की संभावना है। समिति के सदस्यों का मानना है कि उल्लू जैसे कई ऐप्स पर बिना किसी सेंसरशिप के लगातार बोल्ड और अश्लील कंटेंट दिखाया जा रहा है, जो समाज और युवाओं पर गलत असर डाल रहा है। इसके खिलाफ सख्त नीतिगत और कानूनी उपायों पर विचार किया जाएगा।
समिति के कई सदस्यों ने इन प्लेटफॉर्म्स को भारतीय सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों के लिए खतरा बताया है। समाज के कई वर्गों से भी लगातार शिकायतें आ रही हैं कि ये कंटेंट बच्चों और युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार को प्रभावित कर रहे हैं। इस बैठक के जरिए सरकार यह संकेत दे रही है कि आने वाले समय में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर दिखाए जा रहे कंटेंट को लेकर कड़े नियम लागू हो सकते हैं।