
महासमुंद : पहलगाम में आतंकी हमले के दौरान डल झील के पास फंसे थे बागबाहरा के रुपेश तिवारी, वापसी पर कलेक्टर लंगेह के प्रति किया आभार व्यक्त
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान श्रीनगर की डल झील के गेट क्रमांक 2 के पास बागबाहरा के सेवानिवृत शिक्षक रुपेश तिवारी अपने परिवार के साथ फंसे हुए थे।सकुश वापसी पर आज उन्होंने कलेक्टर विनय लंगेह से मिलकर उनके संवेदनशील पहल के लिए आभार व्यक्त किया। जैसे ही कलेक्टर विनय लंगेह को हुई इसकी जानकारी हुई उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए दूरभाष के माध्यम से तिवारी से उनका कुशल क्षेम पूछा तथा उनकी वापसी के लिए आवश्यक परामर्श देते हुए उनकी सकुशल वापसी हेतु पहल की। जिसके फलस्वरूप तिवारी बागबाहरा अपने परिवार के साथ सकुशल पहुंच गए। रुपेश तिवारी आज कलेक्टर लंगेह से सौजन्य भेंट करने के पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर लंगेह को पुष्प गुच्छ भेंट करते हुए उनकी संवेदनशीलता के लिए हृदय से आभार प्रकट किया।
इस दौरान तिवारी ने बताया कि श्रीनगर के डल झील में स्थित कन्वेंशन सेंटर में मोरारी बापू की राम कथा में शामिल होने के लिए वे श्रीनगर 19 अप्रैल पहुंचे थे। कथा श्रवण के पश्चात उनका भी पहलगाम की बैसरन घाटी जाने का कार्यक्रम था। लेकिन उनके पहलगाम जाने के एक दिन पहले ही दुखद आतंकी घटना घट गई। जिसके चलते आसपास के क्षेत्रों में अफरातफरी और डर का माहौल था। लेकिन जब महासमुंद कलेक्टर श्री लंगेह द्वारा फोन के माध्यम से उन्हें धैर्य बंधाया गया तब वे अपनी सकुशल वापसी के लिए आश्वस्त हुए। जिसके लिए उन्होंने कलेक्टर श्री लंगेह के प्रति आभार व्यक्त करते हुए हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किए।
तिवारी ने बताया कि उनके सकुशल वापसी के लिए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों में एसडीएम बागबाहरा उमेश कुमार साहू जी, एसडीओपी मिलिंद पांडे एवं स्थानीय मीडिया तथा अन्य शुभचिंतकों ने भी चिंता जाहिर करते हुए फोन से कुशल क्षेम पूछते हुए हाल-चाल जानने का प्रयत्न किया। जिसके लिए उन्होंने सभी के प्रति हृदय की गहराई से धन्यवाद ज्ञापित किया।