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महासमुंद : कल तीन दिवसीय जिलास्तरीय राज्योत्सव का आगाज, शुभारंभ में प्रकाश अवस्थी स्टार नाइट आकर्षण का होगा केंद्र

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित राज्योत्सव-2025 का महासमुंद जिले में भव्य आयोजन किया जा रहा है। 02 से 04 नवंबर तक तीन दिवसीय इस महोत्सव में प्रदेश की समृद्ध कला-संस्कृति, लोक-नृत्य और स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा की अनूठी झलक देखने को मिलेगी।

कार्यक्रम के अनुसार 02 नवंबर को अतिथियों का आगमन शाम 5:30 बजे होगा और 6:00 बजे तक स्टॉलों का अवलोकन किया जाएगा। इसके पश्चात दीप प्रज्ज्वलन के साथ राज्योत्सव का शुभारंभ किया जाएगा।

02 अक्टूबर को शुभारंभ दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शाम 4:00 से 4:30 बजे तक पंथी दल मुडियाडी द्वारा पंथी नृत्य की प्रस्तुति से कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसके बाद 4:30 से 5:30 बजे तक विभिन्न दलों द्वारा लोकनृत्य प्रस्तुतियाँ होंगी। शाम 6:45 से 7:00 बजे तक आकर्षक योग नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके उपरांत 7:00 से 8:30 बजे तक लोक प्रयाग राजीव कला मंच द्वारा मनमोहक प्रस्तुति की जाएगी। इस दिन का मुख्य आकर्षण रात्रि 8:30 से 10:00 बजे तक होने वाला प्रकाश अवस्थी स्टार नाइट का कार्यक्रम रहेगा।

03 अक्टूबर को दूसरे दिन शाम 4:30 से शाम 5:00 बजे तक कमार जनजाति के पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति होगी। इसके बाद शाम 5:00 से 7:45 बजे तक अलग-अलग लोकनृत्य दल मंच पर अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे। रात 8:00 से 9:30 बजे तक फोक फ्यूज़न 36 बैंड अपनी धमाकेदार प्रस्तुति से दर्शकों का मनोरंजन करेगा।

04 अक्टूबर को समापन दिवस पर शाम 4:00 से शाम 4:30 बजे तक फुलझरिया कर्म पार्टी बिलखंड द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। 4:30 से 7:00 बजे तक विभिन्न लोकनृत्य समूह अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। शाम 7:30 से 7:45 बजे तक कथक नृत्य की मनोहारी प्रस्तुति होगी। इसके बाद 7:30 से 9:00 बजे तक श्रद्धा के फूल लोक कला मंच दर्शकों का मनोरंजन करेगा। मुख्य समापन कार्यक्रम 9:00 से 10:00 बजे तक रहेगा, जिसमें बॉलीवुड बैंड टीम अपनी शानदार प्रस्तुति देगी।

राज्योत्सव के दौरान प्रदेश के पारंपरिक व्यंजन, विकास एवं उपलब्धियों और संभावनाओं तथा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को दर्शाने वाले स्टॉल भी मुख्य आकर्षण रहेंगे। जिला प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्थाएँ की गई हैं तथा नागरिकों से कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर छत्तीसगढ़ की संस्कृति और गौरव को समृद्ध करने का आग्रह किया गया है।


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